Some word for 15 August And 25 हिन्दी Sayari Aur image.

आप सभी को 15 अगस्त की हार्दिक बधाई. आज बहुत खुशी है की हम सब आजाद है. लेकीन हमे आज आजादी की वो खुशी नही है जो गुलामी सहने वाले को आजादी के बाद हुई थी. हम सब जानते ही कहाँ है गुलामी क्या थी.. सदियों की गुलामी के पश्चात 15 अगस्त सन् 1947 के दिन आजाद हुआ था। पहले हम अंग्रेजों के गुलाम थे। उनके बढ़ते हुए अत्याचारों से सारे भारतवासी त्रस्त हो गए और तब विद्रोह की ज्वाला भड़की और देश के अनेक वीरों ने प्राणों की बाजी लगाई, गोलियां खाईं और अंतत: आजादी पाकर ही चैन ‍लिया। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ, इसलिए इसे स्वतंत्रता दिवस कहते हैं।

अंग्रेजों के अत्याचारों और अमानवीय व्यवहारों से त्रस्त भारतीय जनता एकजुट हो इससे छुटकारा पाने हेतु कृतसंकल्प हो गई। सुभाषचंद्र बोस, भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद ने क्रांति की आग फैलाई और अपने प्राणों की आहुति दी। तत्पश्चात सरदार वल्लभभाई पटेल, गांधीजी, नेहरूजी ने सत्य, अहिंसा और बिना हथियारों की लड़ाई लड़ी। सत्याग्रह आंदोलन किए, लाठियां खाईं, कई बार जेल गए और अंग्रेजों को हमारा देश छोड़कर जाने पर मजबूर कर दिया। इस तरह 15 अगस्त 1947 का दिन हमारे लिए 'स्वर्णिम दिन' बना। हम, हमारा देश स्वतंत्र हो गए।

यह दिन 1947 से आज तक हम बड़े उत्साह और प्रसन्नता के साथ मनाते चले आ रहे हैं। इस दिन सभी विद्यालयों, सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रगीत गाया जाता है और इन सभी महापुरुषों, शहीदों को श्रद्धांजल‍ि दी जाती है जिन्होंने स्वतंत्रता हेतु प्रयत्न किए। मिठाइयां बांटी जाती हैं।

हमारी राजधानी दिल्ली में हमारे प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

 वहां यह त्योहार बड़ी धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। सभी शहीदों को श्रद्धां‍जलि दी जाती है। प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं। अनेक सभाओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इस दिन का ऐतिहासिक महत्व है। इस दिन की याद आते ही उन शहीदों के प्रति श्रद्धा से मस्तक अपने आप ही झुक जाता है जिन्होंने स्वतंत्रता के यज्ञ में अपने प्राणों की आहु‍ति दी। इसलिए हमारा पुनीत कर्तव्य है कि हम हमारे स्वतंत्रता की रक्षा करें। देश का नाम विश्व में रोशन हो, ऐसा कार्य करें। देश की प्रगति के साधक बनें न‍ कि बाधक।

घूस, जमाखोरी, कालाबाजारी को देश से समाप्त करें। भारत के नागरिक होने के नाते स्वतंत्रता का न तो स्वयं दुरुपयोग करें और न दूसरों को करने दें। एकता की भावना से रहें और अलगाव, आंतरिक कलह से बचें।

हमारे लिए स्वतंत्रता दिवस का बड़ा महत्व है। हमें अच्छेह कार्य करना है और देश को आगे बढ़ाना है।

जानीये ये छ: बाते और -

[1] 

जवाहर लाल नेहरू जी ने ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया था. तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे. इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी जी उस दिन 9 बजे सोने चले गये थे..

[2]

  हर स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं. लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था.

[3]

15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था. इसका फ़ैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ.

[4]

  भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था. रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया.

[5]

15 अगस्त भारत के अलावा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस है. दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आज़ाद हुआ. ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आज़ाद हुआ

[6]

भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के मुताबिक़ मित्र देश की सेना के सामने जापान के समर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इसी दिन भारत को आज़ाद करने का फ़ैसला हुआ.

15 अगस्त सायरी

15 अगस्त एक ऐसा दिन है जो हमे हमारी आजादी की याद दिलाता है, उन देशभक्तो की याद दिलाता है जिन्होने इस देश के लिये अपने घर,अपने परिवार,अपनी जिन्दगी,अपनी जान तक गवा दी..
आईये उनके बारे मे कुछ सायरीया पढ़ते है. अच्छी लगे तो फेशबुक, व्हाटसप etc. पे सेयर जरूर करना..

[1]

ना पुछो जमाने को, क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो सिर्फ ये है की हम हिन्दुस्तानी है.

[2]

 दे सलामी इस तिरंगेको जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान हैं..!!

[3]

इश्क तो करता है हर कोई, महबुब पे मरता है हर कोई, कभी वतन को महबुब बना कर देखो,तुझ पर मरेगा हर कोई,

[4]

 हर वक्त मेरी आँखो मे धरती का सपने हो,
जब कभी मरू तो तिरंगा मेरा कफन हो, और कोई ख्वाहिश नही जिन्दगी मे, 
जब कभी जन्मु  तो भारत मेरा वतन हो. 

[5]

मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ, यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।.

[6]

जमाने भर मे मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता.

[7]

 कल जमाना बदलेगा इस बात का किस को यकीं
आओ...हम ऐसा करें...खुद को बदल कर देख लें.

[8]

अब तक जिसका खून न खौला,वो खून नहीं वो पानी है
जो देश के काम ना आये ,वो बेकार जवानी है
बोलो भारत माता की जय....


15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई.

[9]

न सर झुका है कभी..और न झुकायेंगे कभी,
जो अपने दम पे जियें...सच में ज़िन्दगी है वही.
जिओ सच्चे भारतीय बन कर...


[10]

 चड़ गये जो हंसकर सूली,खाई जिन्होने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं,जो मिट गये देश पर.
हम उनको सलाम करते हैं...

[11]

आजाद की कभी शाम नहीं होने देंगें;शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगें;
बची हो जो एक बूंद भी गरम लहू की;
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगें!

स्वतंत्रता दिवस की सभी को बधाई!



 Sayri In Hinenglish ward

[1]

Ye baat hawao ko bataye rakhna,
Roshni hogi chirago ko jalaye rakhna,
Lahu dekar jiski hifazat humne ki
aise TIRANGE ko sada Dil me basaye rakhna.

Happy Indian Independence Day..


[2]

 Aaj shaheedon ne hai tumko  lalkara,

Todo ghulami ki zanjeerein, barsaao angara,
Hindu, Muslim, Sikh hamara bhai-bhai pyara,
Yeh hai azadi ka jhanda, ise salaam hamara.

[3]

Waqt aa gaya hai ab duniya ko saaf-saaf kehna hoga,
Desh prem ki prabal dhaar mein har man ko behna hoga,
Jise tiranga lage paraya, mera desh chhod jaaye,
Hindustan mein Hindustani bankar hi rehna hoga.

[4]

Kuch nasha Tirange ki aaan ka hain,

Kuch nasha Matrbhumi ki shaan ka hai
Hum lahrayenge har jagah ye Tiranga
Nasha ye Hindustan ki shaan ka hain..!!

[5]

Khushnasib Hote Hai Woh Log

Jo Is Desh Pe Kurban Hote Hain
Jaan Deke Bhi Woh Log
Amar Ho Jaate Hain
Kartey Hain Salam Un Desh Premiyo Ko
Jinke Karan Is Tirange Ka Maan Hota Hai…

[6]

Ye Nafrat Buri Hai Na Paalo Isay, Dilo Main Khalish Hai .Nikalo Isay

Na Tera 
Na Mera 
Na Iska 
Na Uska
Ye Sab Ka Watan Hai, Bacha Lo yise.



[7]

Nahi Sirf Jashn Manana, Nahi Sirf Jhande Lehrana , Yeh Kaafi Nahi Hai Watan Pharishto keYadon Ko Nahi Bhulana, Jo Qurbaan Hue, Unke Lafzon Ko Aage Badhana, Khuda Ke Liye Nahi Zindagi Watan K Liye Nibhana..





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